नमस्कार,दोस्तों आज हम आपको Data Center क्या होता है इससे जुड़ी पूरी जानकारी इस आर्टिकल के जरिए देंगे। क्या आपने कभी यह जानने की कोशिश की। कि आखिर गूगल सर्च इंजन,यूट्यूब,फेसबुक जैसे सोशल मीडिया नेटवर्क इतने करोड़ों लोगों का डाटा चाहे वह वीडियो,फोटो हो यह आपके ईमेल से जुड़ी हर जानकारी कहां पर संचित करता है। कैसे एक क्लिक करते ही हमें अपने सवालों का जवाब Internet पर मिल जाता है। यह सब काम डाटा सेंटर के द्वारा संभाला जाता है। जिसकी आगे हम चर्चा करेंगे। Data Center क्या होता है पोस्ट को पूरा पढ़ें और ध्यान पूर्वक समझें–
Data Center क्या होता है –
Data Center का मतलब ऐसी जगह जहां पर डाटा यानी जानकारी को सचिंत किया जाता है। डाटा सेंटर बहुत बड़ी जगह में बनाए जाते हैं। डाटा सेंटर में बहुत बड़ी संख्या में कंप्यूटर सर्वर का प्रयोग किया जाता है। यह सर्वर बहुत ज्यादा मात्रा में डाटा को प्रोसेसिंग कर अपने सर्वर में जानकारियों को इकट्ठा करके रखते हैं। गूगल डाटा सेंटर विश्व का सबसे बड़ा Data Center है। जहां विश्व में इंटरनेट का प्रयोग करने वाले सभी लोगों का डाटा मौजूद है।
Data Center का इतिहास –
सन 1940 में कंप्यूटर को रखने के लिए बड़े–बड़े कमरों को उपयोग में लाया जाता था। उस समय में Mainframe Computer को उपयोग में लाया जाता था। जो आकार में एक कमरे जितने बड़े होते थे। मेनफ्रेम में डाटा को खुद ही संभाल लिया जाता था। परंतु सन 1980 से माइक्रो कंप्यूटर की शुरुआत हुई। जिन्हें एक व्यक्ति के द्वारा चलाया जाता था। इन कंप्यूटर की संख्या बढ़ने के कारण डाटा सेंटर को बनाने की योजना बनाई गई। जहां से डाटा सेंटर की शुरुआत हुई। बता दें कि शुरू में डाटा सेंटर को सेना संबंधी कार्यों की जानकारी को सुरक्षित रखने के लिए प्रयोग में लाया जाता था।
Data Center में डाटा कैसे स्टोर होता हैं –
बड़ी कंपनीज जैसे गूगल यूट्यूब,इंस्टाग्राम,ऐमेज़ॉन,फेसबुक इन सभी वेबसाइट के खुद के डाटा सेंटर हैं। क्योंकि इन Website पर अरबों में लोगों का डाटा एकत्रित है। आखिर कैसे डाटा सेंटर में इतने सारे लोगों का Data Store किया जाता है। चलिए अच्छे से जानते हैं। एक बड़े लेवल पर Data को एकत्रित करने के लिए डाटा सेंटर में 3 लेयर होती हैं। जिसमें से डाटा को गुजारा जाता है और कंप्यूटर Processing के बाद डाटा सेंटर में संचित कर लिया जाता है। यह 3 लेयर इस प्रकार हैं।
1. Management Layer ( प्रबंधन )
2. Virtual Layer ( वर्चुअल लेयर )
3. Physical Layer ( फिजिकल लेयर )
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1. Management Layer ( प्रबंधन )
मैनेजमेंट लेयर मुख्यत सबसे ज्यादा फोकस डाटा को नियंत्रित करने और उसकी निगरानी करना होता है। जो भी यूज़र सर्च करता है।सारा डाटा सबसे पहले Management Layer के द्वारा संभाला जाता है।
2. Virtual Layer ( वर्चुअल लेयर )
वर्चुअल लेयर में यूजर्स के द्वारा पूछी गई Queries को Access किया जाता है। साथ ही SQL (Structured Data Language) का प्रयोग कर जानकारी को यूजर को दिखाती है। यह Virtual Layer जानकारी को स्वयं एकत्रित नहीं करती।
3. Physical Layer ( फिजिकल लेयर )
फिजिकल लेयर सीधा Hardware से डील करती है या हम कह सकते हैं कि असल चीजों से फिजिकल लेयर डील करती है। Bits Form डाटा को सिग्नल की फॉर्म में बदला जाता है। Signal Data को हम केबल के द्वारा भेज सकते हैं। इसलिए बीट्स की फॉर्म में जो डाटा होता है। उसे सिग्नल में बदलना जरूरी होता है। जैसे Optical Fiber Cable में डाटा को प्रकाश गति से भेजा जाता है।तो कईं केबल में इलेक्ट्रिक सिग्नल के द्वारा। Physical Layer की तीन लेयर होती हैं जो इस प्रकार है –
(A) Network Layer
नेटवर्क लेयर डाटा को Host( कंप्यूटर) तक पहुंचाने के लिए IP Address का प्रयोग करती है। नेटवर्क लेयर जानकारी को एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर तक भेजती है। अब यहां पर हर Host का आईपी ऐड्रेस काम आता है कि किसी यूजर्स ने Queries सर्च की IP के द्वारा उसी तक जानकारी डाटा सेंटर से होती हुई पहुंचती है।
(B) Compute Layer
इसमें मुख्यत कंप्यूटर संसाधनों का प्रयोग गणना हेतु किया जाता है।
(C) Storage Layer
हार्ड डिस्क के द्वारा डाटा को मैनेज किया जाता है। डाटा सेंटर को विशेष तौर पर Storage के लिए ही ज्यादातर कंपनीज के द्वारा तैयार किया जाता है।
डाटा सेंटर को कैसे बनाया जाता है –
आमतौर पर बड़ी कंपनीज ही डाटा सेंटर को बनाती है। डाटा सेंटर को बनाने के लिए जगह का चुनाव किया जाता है। इस सेंटर को पब्लिक हलचल से दूर बनाया जाता है। ताकि किसी भी सुरक्षा संबंधी चीजों को आसानी से संभाला जा सके। गूगल लगभग पूरे विश्व का डाटा अपने Google Data Center में संभाले है।
गूगल डाटा सेंटर में सभी उन चीजों का ध्यान रखा जाता है। जिससे लोगों को अपनी जानकारी खोने या जानकारी संबंधी किसी भी बात से समझौता ना करना पड़े। इसके साथ ही Google ने यूनाइटेड स्टेट्स जैसे देशों में Cloud Service और विज्ञापन संबंधी Data Center भी बनाए हैं।
डाटा सेंटर बनाने में कंपनीज किन चीजों का ध्यान सबसे ज्यादा रखती है आइए जानते हैं–
1. Power 2. AC (Air Conditioning) 3. Server Room 4. Data Center Monitoring Team 5. Security |
1. Power
24/7 बिजली को चालू रखा जाता है। डाटा सेंटर में Power को कभी भी बंद नहीं किया जाता। इसके लिए डीजल से चलने वाले Backup Gernator का प्रयोग किया जाता है। साथ ही अगर किसी कारणवश सिस्टम में खराबी आ जाती है। तो यूपीएस यूनिट को ऑन रखा जाता है। पावर कट होते UPS यूनिट जनरेटर को बैकअप प्रदान करती है। जिसे Data center में पावर कट कभी नहीं होती।
2. AC (Air Conditioning)
करोड़ों लोगों की जानकारी इन Data Center Sever में मौजूद होती है। लोग हमेशा इंटरनेट पर सर्च करते रहते हैं। सूचनाओं का आदान–प्रदान होता रहता है। जिसे Server में लोड बढ़ जाता है। डाटा सर्वर रूम में गर्मी ने बढ़ जाए। इसलिए एअर कंडिशनिंग का प्रयोग किया जाता है। इन सेंटर में Air Conditioner की अहम भूमिका होती है। 24/7 यह वातानुकूलित यंत्र चलते रहते हैं।
3. Server Room
सर्वर रूम जहां Data को Store किया जाता है। इस सर्वर रूम का खास ध्यान रखा जाता है। समय–समय पर हार्ड ड्राइवर्स को चेक किया जाता है। खराबी आने पर बदल दिया जाता है। जिस भी ड्राइवर में खराबी आती है। उसे वही सेंटर में Backup लेकर नष्ट कर दिया जाता है।
4. Data Center Monitoring Team
24/7 डाटा सेंटर की देखभाल IT(Information Technology) के अधिकारी करते रहते हैं। यह पूरी टीम डाटा सेंटर में Server Room से वातानुकूलित यंत्र,पावर जैसी सभी चीजों पर अपनी नजर बनाए रखती है।
5. Security
डाटा सेंटर में सुरक्षा के लिए आधुनिक टेक्नोलॉजी से बने कैमरा का उपयोग किया जाता है। कैमरों से हर जगह निगरानी की जाती है।इसके साथ सुरक्षा अधिकारी 24/7 अपना पहरा इन सेंटर में देते रहते हैं। किसी भी अधिकारी को प्रवेश के लिए अपना कार्ड दिखाना होता है। जिसको Verify करने के बाद डाटा सेंटर में प्रवेश मिलता है।
Data Center Server से कैसे डाटा आपके कंप्यूटर तक पहुंचता है –
अब हम जानेंगे कि किस प्रकार डाटा सेंटर से जानकारी हमारे कंप्यूटर या मोबाइल तक पहुंचती है। इस प्रोसेस को Data Pathway कहते हैं। हम इस Process को Step By step समझेंगे।
1. डाटा सेंटर
जब यूजर किसी जानकारी को इंटरनेट पर Search करता है। तो सभी आंकड़े डाटा सेंटर में आते हैं। डाटा सर्वर में लगे डिस्क ड्राइवर में से जानकारी Bits की फॉर्म में निकलती है।
2. नेटवर्किंग केबल
डाटा सेंटर में डाटा फिर इन Networking Cable के जरिए प्रोसेस होता है। नेटवर्किंग केबल जैसे ऑप्टिकल फाइबर बता दें कि यह ऑप्टिकल फाइबर केबल डाटा आपके कंप्यूटर तक पहुंचाने की सबसे अहम कड़ी होती है। इन केबल से डाटा प्रकाश की गति से इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स तक पहुंचता है।
3. मॉडेम (Modem)
Modem हार्डवेयर होता है। जो एक यंत्र को दूसरे यंत्र से जुड़ने की परमिशन देता है। जैसे कंप्यूटर को किसी दूसरी Device से जोड़ना यह कार्य मॉडम करता है।
4. राउटर (Router)
Modem के बाद डाटा Router की मदद से सीधा आपके कंप्यूटर तक पहुंचता है। राउटर किसी Path को दूसरे नेटवर्क्स में भेजने का कार्य करता है।
ठीक इसी प्रकार यह सारा प्रोसेस चलता रहता है। आप किसी जानकारी को कंप्यूटर से सर्च करते हैं। वह Data Center से Networking Cable फिर Internet Service Providers से Modem में फिर Router और सीधा डाटा आकर Computer तक पहुंचता है।
डाटा सेंटर कितने प्रकार के होते हैं –
अब हम जानेंगे कि डाटा सेंटर कितने प्रकार के होते है। कौन–किन सी कंपनी अपने अलग–अलग सेंटर बनवाती है। कितने प्रकार के होते हैं। किन–किन Services के लिए बनाए जाते हैं–
1. कॉरपोरेट डाटा सेंटर
ऐसे डाटा सेंटर किसी बड़ी कंपनी के द्वारा बनाए जाते हैं। सभी जानकारी को कंपनीज के द्वारा ही मैनेज किया जाता है।
2. वेब होस्टिंग डाटा सेंटर
ऐसी डाटा सेंटर वेब होस्टिंग कंपनीज बनवाती है। अलग–अलग देशों में यह कंपनीज अपने डाटा सर्वर तैयार करवाती है। जहां से इनके डाटा का आदान–प्रदान होता है।
3. Web 2.0 टूल डाटा सेंटर
इनमें फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसी कई बड़ी सोशल मीडिया कंपनी जाती है। जिनको वेब के द्वारा खोजा जाता है। इन कंपनीज के अपने–अपने Data Center होते हैं। इन सर्वर पर ज्यादा जानकारी होने के कारण इन प्लेटफार्म के लिए अलग डाटा सेंटर बनाए जाते हैं।
निष्कर्ष –
आखिर में दोस्तों जैसे जैसे विश्व Science Technology में आगे बढ़ रहा है। वैसे ही लोगों के Data की जानकारी को सुरक्षित रखने के लिए हर कंपनी अपने खुद के सर्वर डाटा सेंटर बनाने पर ज्यादा ध्यान दे रही है। डाटा सेंटर में IT (इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी) के अधिकारियों के द्वारा पूरी सुरक्षा रखी जाती है।
तो दोस्तों मुझे आशा है कि आपको डाटा सेंटर की पूरी जानकारी हमारी इस आर्टिकल के द्वारा मिल चुकी होगी। अगर आपको हमारी पोस्ट Data Center क्या होता है पसंद आई तो हमारे साथ अपना अनुभव नीचे कमेंट करके अवश्य शेयर करें।
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